अपने अंदर 30 छोटी पृथ्वी निगल चुका है बृहस्पति- NASA का 3D Report

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वैज्ञानिकों ने पाया है कि बृहस्पति ग्रह के गर्भ में धातु जैसे तत्व मौजूद हैं जिनका माप धरती के आकार से 11 से 30 गुना तक है। ये मेटल ग्रह के ठीक केंद्र के पास हैं।

ख़ास बातें

  • अंतरिक्ष में मौजूद बड़े पिंडों को Planetesimals कहा जाता है।
  • बृहस्पति ग्रह के गर्भ में धातु जैसे तत्व मौजूद हैं।
  • इनका माप धरती के आकार से 11 से 30 गुना तक है।

Jupiter यानि बृहस्पति ग्रह हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। इसका आकार इतना बड़ा है, अगर सारे ग्रहों को मिला भी दें तो यह उनसे तब भी 2.5 गुना बड़ा साबित होता है। इसके बारे में हम सुनते आए हैं कि यह हीलियम और हाइड्रोजन गैसों से मिलकर बना है। लेकिन दूसरे गैसीय ग्रहों की तरह इसके निर्माण में भी धातु का इस्तेमाल हुआ है। वैज्ञानिकों ने अब पता लगा लिया है कि इसमें जो धातु मौजूद हैं क्या वे इसने दूसरे ग्रहों से ली थीं या यह पूरे के पूरे सूक्ष्म ग्रहों को अपने अंदर निगल चुका है!

Gravity Science यंत्र का इस्तेमाल करके नासा के स्पेस क्राफ्ट जूनो (Juno) के माध्यम से वैज्ञानिकों ने बृहस्पति ग्रह के निर्माण में शामिल होने वाले एलिमेंट्स का पता लगा लिया है। Juno का नाम भी जुपिटर से ही जुड़ा है। रोमन गॉड जुपिटर से विवाह करने वाली रोमन फीमेल गॉड के नाम पर इसका नाम जूनो रखा गया है। जूनो को 2016 में बृहस्पति के ऑर्बिट में उतारा गया था। वहां पर इसने ग्रह के ग्रेविटेशनल फील्ड को मापने के लिए रेडियो वेव्ज का इस्तेमाल किया।

वैज्ञानिकों ने पाया कि बृहस्पति ग्रह के गर्भ में धातु जैसे तत्व मौजूद हैं जिनका माप धरती के आकार से 11 से 30 गुना तक है। ये मेटल ग्रह के ठीक केंद्र के पास हैं। SS RESULT

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