रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन करते हुए उपद्रवियों ने रेलवे स्टेशन, पोस्ट ऑफिस चौक से लेकर शिवसागर स्थित टोल प्लाजा तक जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की थी.
केंद्र सरकार की अग्निवीर भर्ती स्कीम के विरोध में देश के कई राज्यों समेत बिहार में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी. वहीं जांच के बाद उपद्रवियों को चिन्हित करके बिहार पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. इसके लिए बिहार पुलिस उत्तर प्रदेश पुलिस के नक्शे कदम पर चल पड़ी है. यूपी की तरह यहां भी तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले उपद्रवियों की फोटो लगे पोस्टर चौराहे पर लगा दिए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन पोस्टरों पर अग्निवीर आंदोलन के दौरान 17 जून को प्रदर्शन करते युवाओं की फोटो लगी है. इसमें युवा लाठी-डंडे के साथ दिख रहे हैं. वहीं इस पोस्टर पर ‘वांटेड’ लिखा हुआ है, साथ ही संबंधित थाने का मोबाइल नंबर भी लिखा है.
दरअसल यूपी में उपद्रव करने वालों की फोटो सार्वजनिक कर योगी सरकार ने कड़ी कर्रवाई की थी. इसी तरह अब बिहार पुलिस ने भी एक्शन मोड में आ गई है. बिहार के रोहतास जिले की पुलिस ने 17 जून को अग्निवीर योजना के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ और आगजनी करने वालों की फोटो सार्वजनिक कर दिया गया है. इसमें कुछ युवा लाठी डंडों के साथ भी नजर आ रहे हैं. साथ ही इस पोस्टर में इन लोगों को वांडेट बताते हुए सासाराम नगर थाना का मोबाइल नंबर लिखा हुआ है.
गिरफ्तारी के लिए वांटेड का पोस्टर
इस बाबत सासाराम नगर थानाध्यक्ष संजय सिन्हा ने बताया कि अग्निवीर योजना के विरोध में 17 जून 2022 को पोस्ट ऑफिस चौक, स्टेशन समेत कई स्थानों पर तोड़फोड़ की गई थी. उन्होंने कहा कि इस दौरान सार्वजनिक संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचाया गया था. इस मामले में अब तक 49 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं. संजय सिन्हा ने बताया कि बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए वांटेड का पोस्टर लगाया गया है. साथ ही सूचना के लिए फोन नंबर भी जारी किए गए हैं. थानाध्यक्ष ने कहा कि यह पोस्टर नियम के तहत सार्वजनिक किए गए हैं.
अग्निवीर के विरोध में तोड़फोड़ और आगजनी
बता दें कि रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन करते हुए उपद्रवियों ने रेलवे स्टेशन, पोस्ट ऑफिस चौक से लेकर शिवसागर स्थित टोल प्लाजा तक जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की थी. साथ ही बीजेपी कार्यालय में भी तोड़फोड़ की गई थी. इस दौरान टोल प्लाजा को जला दिया गया था, वहीं रेलवे स्टेशन पर इंजन में आग लगाई गई थी.